Monday, June 18, 2007

पितॄ दिवस की शुभकामनाये<

ज़िन्दगी के घने इस बियावान में
जिसका आशीष हमको दिशायें बना
जिसके अनुराग के सूर्य ने पी लिया
राह के मोड़ पर छाया कोहरा घना
सॄष्टिकारक रहे दाहिने जो सदा
आज स्वीकार कर लें हमारा नमन
आपका स्नेह मिलता रहे हर निमिष
आज के दिन यही हम करें कामना

5 comments:

Udan Tashtari said...

आपको भी इस शुभ दिवस पर अनेको शुभकामनायें एवं बधाई. अभिव्यक्ति बहुत सुंदर है.

Reetesh Gupta said...

बढ़िया है राकेश जी ...हमारी भी शुभकामनायें

सुनीता शानू said...

आपको पितृ-दिवस की ढेर सारी शुभ-कामनाएँ।
आप अपने बच्चों के लिये आदर्श पिता हैं और वह आपका सदा अनुसरण करें।

सुनीता(शानू)

राजीव रंजन प्रसाद said...

आपको भी इस शुभकामनायें| रचना भी प्रभावी है।

*** राजीव रंजन प्रसाद

ग्यारह साल का कवि said...

आज स्वीकार कर लें हमारा नमन
आपका स्नेह मिलता रहे
आज के दिन यही हम करें कामना
अंकल आप बहुत अच्छा लिखते है,मै भी बड़ा होकर आप जैसे लिखुंगा

अक्षय चोटिया