दिन तो है उन्तीस जुलाई और वार हओ बुध
उसका जन्मदिवस आया जो कभी न होता क्रुद्ध
कभी न होता क्रुद्ध, सदा मुस्कान बिखेरे
सबके उसके चिट्ठे पर लगते हैं फ़ेरे
कोई रहता नहीं बधाई उसे दिये बिन
शुभ समीर हो आज जनम का फिर से ये दिन
**********************************
15 comments:
जन्मदिवस पर प्यारे समीर भाई को ढेरों बधाई !
आपको शुक्रिया जो यह उम्दा पोस्ट लगाई !
समीरजी को हमारी तरफ़ से भी जन्मदिन मुबारक!
हमारी तरफ़ से भी समीर जी को जन्मदिन की शुभकामनाएँ।
समीर लालजी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं .. बहुत सही लिखा !!
जनम दिवस की ढ़ेर बधाई प्यारे लाल समीर।
लिखा है जो राकेश ने कविता बनी नजीर।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
मेरा जो है सब आपका है..
आपके आशीष की बदौलत है..
आपकी ही दौलत है.
बहुत बहुत आभार.
आपने इस दिवस विशेष पर मुझे याद रखा, मैं कृतज्ञ हुआ.
( न रखते तो देखते मेरा रौद्र रुप..आपने ही तो अधिकार दिया है यह :))
स्नेह बनाये रखें.
सादर
समीर लाल
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामना और बधाई . दीघार्यु हो.
समीर जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं!!!!
badhaai sameerji ko bhi
aur unke priya sakha aapko bhi........
donon ka abhinandan !
समीरजी को उनके जन्मदिन की ढेरों शुभ कामनाएं !
समीर जी, अब तो आप गिनीज बुक में दोवेदारी कर ही दो। इतने लोगों ने आज तक किसी को जन्मदिन की बधाई नहीं दी होगी।
बहुत बहुत बधाई।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
मैं इतना जरूर जानता हूं, आज समीर भाई के बराबर हिन्दी ब्लागिंग में कुछ ही कद है, जो शीर्ष पर टिके हुए हैं। इतनी लोकप्रियता ब्लागिंग में अमिताभ बच्चन की भी नही है, जितनी समीर भाई ने कमाई है। ये सिर्फ समीरभाई का ही कमाल है कि आपको जो पसन्द नही करते वो भी आपसे मौहब्बत करते है। किसी का जन्मदिन हो, और सभी मुख्य ब्लाॅगर आप पर पोस्टे देने में जुटे हो, ऐसा कहां देखा गया है। ये सब समीर भाई का जादू हैं। हिन्दी में एक हजार में से सौ ब्लागर समीर भाई पर पोस्ट जरूर लिखते है।
बहुत पहले हमने भी ये महान काम किया था।
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं के साथ
सुबह से बधाई दे रही हूँ..जहाँ जहाँ मौका मिल जा रहा है...! इस जगह से भी आवाज पजुँचा रही हूँ...!
ओये! ये १३ comment क्यों?
समीर जी, आप हमें नहीं जानते फिर भी हमारी तरफ से बधाईयाँ लीजिये :)
जीवन शुभ, स्वस्थ और सुन्दर रहे!
सादर शार्दुला :)
As I conditioned more around it and other options for On-line journals, I completed own ontogenesis of social media, where sometimes blogging runs the risk of thinking without knowledge?
A lack of prayerful pastime a lector would Choose your blog over any other.
Not awful exciting, snipping approximately pricing, not reneging
on the integral cover.
Feel free to surf to my blog :: click here
Post a Comment