tag:blogger.com,1999:blog-1973270170645472967.post1058670533742288700..comments2023-10-07T17:46:39.270+05:30Comments on गीतकार की कलम: ढलती हुई उमर केGeetkaarhttp://www.blogger.com/profile/16969431721717308204noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1973270170645472967.post-39659319921699008612007-02-28T21:33:00.000+05:302007-02-28T21:33:00.000+05:30गीतकार जी,बहुत अच्छा लिखतें हैं आप।बधाई ।गीतकार जी,बहुत अच्छा लिखतें हैं आप।बधाई ।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1973270170645472967.post-1715637345589786202007-02-23T22:37:00.000+05:302007-02-23T22:37:00.000+05:30बहुत अच्छा वर्णन किया है ढलती उम्र का काफी हँसने क...बहुत अच्छा वर्णन किया है ढलती उम्र का काफी हँसने को मिला चलिये हमारे लिये तो स्वास्थ्यवर्धक ही रहा। :):):)Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1973270170645472967.post-52411889438372343562007-01-30T19:51:00.000+05:302007-01-30T19:51:00.000+05:30नाहर भाई
वर्डप्रेस की समस्या को तो आप, ई-स्वामीजी ...नाहर भाई<br />वर्डप्रेस की समस्या को तो आप, ई-स्वामीजी और ई-पंडितजी ही सुलझा सकते हैं. मेरा तकनीकी ज्ञान नगण्य है.<br /><br />रही बात आपके हाल की तो <br /><br />ताड़ने वाले कयामत की नजर रखते हैंGeetkaarhttps://www.blogger.com/profile/16969431721717308204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1973270170645472967.post-50629302330385517522007-01-29T21:49:00.000+05:302007-01-29T21:49:00.000+05:30क्षमा करें
सार्वजनिक क्यों कि?
की जगह
सार्वजनिक...क्षमा करें<br /><br />सार्वजनिक क्यों कि? <br />की जगह <br />सार्वजनिक क्यों की? <br />पढ़ेंSagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1973270170645472967.post-60807256563673978962007-01-29T21:48:00.000+05:302007-01-29T21:48:00.000+05:30सच बताईये मैने तो आपसे ये सब बताया नहीं फ़िर मेरी स...सच बताईये मैने तो आपसे ये सब बताया नहीं फ़िर मेरी सारी बातें आपने जान कैसे ली, और ठीक है जान ली तो कोई बात नहीं पर सार्वजनिक क्यों कि?<br />मैं आप को कभी माफ नहीं करूंगा।<br />:) :) :) <br /><br /><br />www.nahar.wordpress.com<br />(मेरे भाई यह वर्ड प्रेस वालों को भी कमेन्ट करने की छूट दो, सिर्फ़ गूगल वालों को ही क्यों? )Sagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1973270170645472967.post-48822391539019109072007-01-27T14:25:00.000+05:302007-01-27T14:25:00.000+05:30अरे भाई आपने तो गीत कलश के नीचे से सुराख कर दिया…ब...अरे भाई आपने तो गीत कलश के नीचे से सुराख कर दिया…बड़ा हंसाया…मजा आ गया :)Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1973270170645472967.post-39899297645432522302007-01-27T07:20:00.000+05:302007-01-27T07:20:00.000+05:30भाई जी, हँसा हँसा कर बुरा हाल कर दिये. भईये, बुढ़ाप...भाई जी, हँसा हँसा कर बुरा हाल कर दिये. भईये, बुढ़ापे में ज्यादा हँसने से कुछ लफड़ा हुआ तो आप जिम्मेदार होंगे. इतना हँसाने के पहले हमारी ढ़लती उम्र का तो ख्याल रखा करें... :) :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com